संस्थापिका
का
सन्देश
“जीवन में अपनों के संग बिताए हुए पलों से अच्छा और कुछ नहीं। इसलिए इस मंच के द्वारा लेकर आयी हूँ ख़्वाबों और खुशियों की सौगात। ख़ास हैं जो आपके लिए, तोहफे दीजिये उन्हें ऐसे की ऐतबार के साथ आपसे होजाए उन्हें और भी प्यार।”
– शुभांगी कौशिक